Friday, April 23, 2010

कोई कुछ भी कहे, फर्क नहीं पड़ता- पायल रोहतगी

पायल रोहतगी। हैदराबाद में जन्मी और मिडिल क्लास से संबंध रखने वाली इस बाला के बारे में किसी ने सोचा भी नहीं होगा कि इतने कम समय में अपने दम पर वो इस मुकाम पर पहुंच जाएंगी। बॉलीवुड में उनका कोई गॉड फादर नहीं, फिर भी वो इंडस्ट्री में अपनी अलग पहचान के साथ कायम हैं। उन्हें सेक्सी, ग्लैमरस या हॉट हीरोइन कहलाने से कोई फर्क नहीं पड़ता है। पायल को फिल्म इंडस्ट्री की हकीकत पता है और वो प्रैक्टिकली इस सच को स्वीकार भी करती हैं। बिना किसी सपोर्ट के वो अपनी पहचान बनाने में कामयाब हुई हैं। पायल का फैमिली बैकग्राउंड एकेडमिक है, लेकिन मिस इंडिया प्रतियोगिता में भाग लेने के बाद उनका रुझान पूरी तरह से ग्लैमर वर्ल्ड की ओर हो गया। उन्होंने खुद कंप्यूटर इंजीनियरिंग का कोर्स किया है। पायल हिम्मत हारने वालों में नहीं हैं। अपनी जिंदगी से जुड़ी कई बातों को पायल ने बेबाकी से बयान किया। पेश है धर्मेद्र केशरी की पायल रोहतगी से हुई बातचीत के प्रमुख अंश-

आपकी इमेज सेक्सी और ग्लैमरस अभिनेत्री की बनी हुई है, इस इमेज से कोई परेशानी नहीं होती?
देखिए, इस इंडस्ट्री में मेरा कोई गॉड फादर नहीं है। न ही मैं सलमान खान की गर्लफ्रेंड हूं और न ही अनिल कपूर की बेटी। कहने का मतलब ये कि बॉलीवुड में ब्रेक पाने के लिए मैंने एक्सपोज का सहारा लिया, इसे मैं कबूल भी करती हूं और सच कहूं तो मुङो इस बात का कतई मलाल नहीं है। मुङो इमेज से कोई फर्क नहीं पड़ता। आपको काम करना है और हर तरह के रोल करने पड़ते हैं। मैंने भी किया है। मेरा काम अभिनय करना है और मैं सिर्फ इस पर ही अपना ध्यान केंद्रित करती हूं, बेवजह की बातों पर ध्यान नहीं देती।

अपनी प्रोफेशनल लाइफ से कितनी खुश हैं?
सबसे पहले मैं बता दूं कि मैं टूटने वाली लड़की नहीं हूं। संघर्ष करना जानती हूं और विपरीत परिस्थितियों में भी अपने आपको संभालना जानती हूं। मैंने भी अच्छी-बुरी फिल्में की हैं और हर कोई अनुभव से ही सीखता है। हर किसी की अपनी किस्मत होती है। दीपिका पादुकोण की अपनी किस्मत है, जो आते ही शाहरुख खान के साथ फिल्म पा गईं। मुङो किसी बात का दुख नहीं है, बल्कि मैं अभी सीख ही रही हूं।

बिग बॉस से आपको कितना फायदा पहुंचा?
बिग बॉस देश का बड़ा रियलिटी शो है और कोई दो राय नहीं कि इस शो से मुङो भी फायदा पहुंचा है। ये बहुत बड़ा प्लेटफॉर्म है। लोग सीधे आपसे जुड़ते हैं। आपकी असली शख्सियत का पता चलता है। शो करने के बाद कम से कम मुझ पर आइटम डांसर का लगा ठप्पा मिट गया। यकीनन शो ने मुङो फायदा पहुंचाया है।

क्या अभी भी कोई रियलिटी शो करने जा रही हैं?
बिग बॉस से बड़ा शो तो फिलहाल कोई नहीं है, इससे बड़ा कोई शो आएगा तो जरूर करूंगी। रही बात किसी अन्य शो में पार्टिसिपेट करने की, तो ऑफर तो मिलता रहता है, पर शो भी तो अच्छा होना चाहिए। हाल ही में मुङो देसी गर्ल के लिए ऑफर आया था, पर मुङो ठीक नहीं लगा। हां, अगर कांसेप्ट अच्छा रहे तो मैं दोबारा रियलिटी शो जरूर करना चाहूंगी।

मान लीजिए, सच का सामना आपको होस्ट करना पड़े तो?
होस्ट करने की बात होगी तो मुङो शो से इनकार नहीं है, लेकिन अगर शो में खुद से जुड़े राज दुनिया के सामने जाहिर करने वाली बात हो तो मैं कभी नहीं करूंगी। मैं उस तरह की लड़की नहीं हूं, जो अपनी निजी जिंदगी, पारिवारिक बातों को भी दुनिया के सामने जाहिर कर दे।

आजकल बेबाक बयान शॉर्टकट का जरिया बन चुका है, कश्मीरा शाह, संभावना सेठ जसी हीरोइनें अपनी बेबाकी से अटेंशन क्रिएट करती हैं। इस पर आपका क्या कहना है?
मेरा इन लोगों से कोई मतलब नहीं है और न ही मैं इनके बारे में कुछ जानती हूं, इसलिए कोई टिप्पएाी नहीं करना चाहूंगी। मैं इन लोगों से अपनी तुलना भी नहीं करना चाहती। जिसको जो करना है करे, मैं सिर्फ अपने बारे में जानती हूं।

कोई खास रोल, जो आप करना चाहती हों?
ऐसा कोई खास ड्रीम रोल नहीं है। मैं यहां सिर्फ अभिनय करना चाहती हूं। तरह-तरह के बेहतरीन किरदारों को निभाने की ख्वाहिश है। मैं सिर्फ फिल्में ही नहीं, थिएटर पर भी अपना ध्यान केंद्रित कर रही हूं। हाल ही में थिएटर के कई वर्कशॉप भी मैंने अटेंड किए हैं। मेरे कहने का मतलब ये है कि यहां मैं काम करने आई हूं और यही चाहतर हूं कि पायल की पहचान भी सिर्फ उसके अभिनय और काम से हो।

आपका एकेडमिक बैकग्राउंड है, खुद आपने कंप्यूटर इंजीनियरिंग की है, ऐसे में हीरोइन बनने का ख्याल कैसे आया?
जी हां, मेरी मम्मी टीचर हैं, पापा भी जॉब में हैं। घर में इंजीनियरों की भरमार है, फिर भी मैंने ग्लैमर वर्ल्ड चुना। ये मेरी पसंद थी। मम्मी-पापा ने मुङो वही करने दिया, जो मुङो अच्छा लगता है। मैं अपने कॉलेज में सबसे लोकप्रिय लड़की थी। ईश्वर की कृपा से सुंदरता और लंबाई मुङो मिली ही है। कॉलेज में सबकी पसंद मैं हुआ करती थी। शोज वगैरह में भी भाग लेती थी। उसी दौरान मैंने फेमिना मिस इंडिया में पार्टिसिपेट किया और मुंबई आना हो गया।

फिलहाल क्या कर रही हैं?
जल्द ही एक फिल्म की शूटिंग शुरू होने जा रही है। फिल्म में मैं एक जर्नलिस्ट का किरदार निभा रही हूं। अभी फिल्म के बारे में ज्यादा कुछ नहीं बता सकती, पर जल्द ही मैं इससे जुड़ी जानकारी आपको दूंगी। वैसे फिल्म की शूटिंग जुलाई-अगस्त तक शुरू हो जाएगी। इसके अलावा कुछ शो भी कर रही हूं।

पायल शादी कब कर रही है?
फिलहाल तो नहीं, क्योंकि मेरा मिस्टर राइट अभी मिला ही नहीं है, जिस दिन मिलेगा शादी भी कर लूंगी।

कैसे हमसफर की तलाश है?
स्मार्ट और हैंडसम तो हो ही, उसे पारिवारिक जिम्मेदारियों की भी समझ हो। मुङो समझने वाला हो, जो कभी किसी चीज के लिए रोक टोक न लगाए। मुङो प्रेरित करे, पर सच कहूं तो ऐसे लड़के मिलते कहां हैं। या तो संकीर्ण मानसिकता के लड़के मिलते हैं या गे (समलैंगिक)।

Monday, April 19, 2010

अलविदा मामा

हैलो, प्रणाम पापाजी
खुश रहो, कैसे हो?

ठीक हूं, आप कैसे है?

हम भी अच्छे हैं, मिर्जापुर जा रहा हूं।

क्यों, दीदी के लिए लड़का-वड़का देखने..

नहीं, तुम्हारे मामा अब इस दुनिया में नहीं रहे, उन्हीं के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए जा रहे हैं।

कब..!

कल रात ग्यारह बजे, आज उनकी मिट्टी मिर्जापुर आने वाली है, तुम्हारी अम्मा भी हैं साथ में, बात करोगे?

दे दीजिए..हैलो अम्मा

हां भैया

अम्मा, मामा नहीं रहे..आप ज्यादा रोइएगा मत

(रोते हुए) हां..

अपना ध्यान रखना अम्मा..पापा देखिएगा अम्मा रोकर अपनी तबीयत न खराब करें।

ठीक है..रखता हूं, बाद में बात करूंगा।

मामा अब नहीं रहे। ये सोचकर आंखों की कोर से आंसू खुद ब खुद ढुलक पड़े। दूर हूं, उनके अंतिम संस्कार में भी जाने से बच गया। उन मामा के अंतिम दर्शन भी न कर सका, जिन्होंने कभी अपनी गोद में खिलाया था, टॉफियां देते थे, खूब लाड़ करते थे। अब वही मामा नहीं रहे। परदेस में रहने का यही फायदा है, सिर्फ कुछ बूंद आंसुओं से ही किसी अपने के लिए शोक व्यक्त कर लेते हैं, क्योंकि हमें तो उन अपनों का अंतिम दर्शन भी नसीब नहीं होना। आंसू बचा लिए मैंने।